ज़िन्दगी भी क्या चीज है
वक्त बेवक्त ला खडी़ करती है।
ऐसे चौराहे पर
जहां सब कुछ ऊलझ जाता है
रह जाती है कुछ यादें मीठी सी।
उन पलों को जीते-जीते।
कब बन जाती है यादें
पता ही नहीं चलता।
होश में आते ही
लगते हैं सोचने
कैसे बन गई ये यादें।
वो लड़ना-झगड़ा और बेबाकी बातें
उलझना फिर सुलझाना।
बन आलोचक टांग खींचना
फिर मार्गदर्शक बन
स्वप्नद्रष्टा बनाना।
अचानक यूं अलविदा कह
चले जाना, हो जाता है जानलेवा।
और रह जाती हैं यादें।
जिन्दगी भी क्या है
नित्य नूतन रूप है दिखलाती
हो जाते हैं विवश जीने को
उन लम्हों को, उन यादों को।
वक्त बेवक्त ला खडी़ करती है।
ऐसे चौराहे पर
जहां सब कुछ ऊलझ जाता है
रह जाती है कुछ यादें मीठी सी।
उन पलों को जीते-जीते।
कब बन जाती है यादें
पता ही नहीं चलता।
होश में आते ही
लगते हैं सोचने
कैसे बन गई ये यादें।
वो लड़ना-झगड़ा और बेबाकी बातें
उलझना फिर सुलझाना।
बन आलोचक टांग खींचना
फिर मार्गदर्शक बन
स्वप्नद्रष्टा बनाना।
अचानक यूं अलविदा कह
चले जाना, हो जाता है जानलेवा।
और रह जाती हैं यादें।
जिन्दगी भी क्या है
नित्य नूतन रूप है दिखलाती
हो जाते हैं विवश जीने को
उन लम्हों को, उन यादों को।
bahut bhavprnav rachna hai sadhna ji
जवाब देंहटाएंbadhai aur shubhkamnaen.
जिन्दगी भी क्या है
जवाब देंहटाएंनित्य नूतन रूप है दिखलाती
प्रशंसनीय रचना - बधाई
आपकी रचनाओं में एक अलग अंदाज है,
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भावनात्मक रचना !
जवाब देंहटाएंजीवन की सच्चाई को सच साबित करती एक बेहतरीन रचना के लिए बधाई।
जवाब देंहटाएंSadhna ji, aap achchha likhti hain. bahut bhavpravan hokar.
जवाब देंहटाएंwww.bat-bebat.blogspot.com
आप सभी को प्रोत्साहन हेतु धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंसुन्दर.....
जवाब देंहटाएंसुघड़ कविता !
कोमलकांत कविताई का अनुपम उदाहरण !
उत्तम
जवाब देंहटाएं...बहुत सुन्दर,प्रसंशनीय !!!
जवाब देंहटाएंbehtareen
जवाब देंहटाएंज़िंदगी को आज तक कौन पढ़ पाया है...बस सोच ही बन कर रह जाती है...खूबसूरत अभिव्यक्ति...
जवाब देंहटाएंwah wah gajab ki rachna abhar
जवाब देंहटाएंयादे क्या नहीँ करतीं ?
जवाब देंहटाएंजो हो चुका
वह नही करतीँ ।
याद ?
आह ! सतरंगी स्वाद ।
उत्कृष्ट रचना ।
यादों यादें यादें .... इन यादों का क्या किया जाय ...
जवाब देंहटाएंअचानक से आ जाती हैं ... और बरसों तक साथ रहती हैं ..
वाह! बहुत सुन्दर रचना!
जवाब देंहटाएंआप सभी का तहेदिल से शुक्रिया अदा करती हूं हौसलाअफजाई के लिए।
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया और खूबसूरत अभिव्यक्ति....
जवाब देंहटाएंKisi bhi insan ke liye yaaden ek amulya dharohar hoti hain.Hum me se kuchh log use yaad rakhte hain aur kuchh log bhul jate hain.apki yaaden sada apke sath rahen-meri kamna hai.yaaden hi to hame jiwan ke prati ashanwit banaye rakhti hain.
जवाब देंहटाएंअच्छी कविता हर्षिता जी.... बधाई स्वीकारें..
जवाब देंहटाएंअनमोल टिप्पणी देने के लिए धन्यवाद आप सभी का।
जवाब देंहटाएंआईये, मन की शांति का उपाय धारण करें!
जवाब देंहटाएंआचार्य जी
धन्यभाग हमारे आचार्य जी जो आपके चरण पड़े हमारे ब्लाग पर।
जवाब देंहटाएं