ऐ दिल बता तू क्यूं धड़के इतना
क्या प्यार हुआ है मुझको
ऐ दिल बता तू क्यूं बेकरार इतना
क्या प्यार हुआ है...........
ऐ कैसी बैचेनी, ऐ कैसी बेकरारी
ऐ दिल बता तू
क्या प्यार हुआ है उनसे
ऐ दिल बता तू
क्या प्यार हुआ है.........
देखने को तरसू , सुनने को तरसू
क्या प्यार हुआ है उनसे
ऐ दिल बता तू
क्या प्यार हुआ है मुझको।
क्या प्यार हुआ है उनसे
ऐ दिल बता तू
क्या प्यार हुआ है मुझको।
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जवाब देंहटाएंविषय और प्रस्तुति बड़ी टाप है।
बहुत खूबसूरत कलम आपकी है॥
बधाई!!......बधाई!!.....बधाई!!-
सद्भावी-डॉ० डंडा लखनवी
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अति सुन्दर
जवाब देंहटाएंआनंद दायी
sadhanaji. geet achchha hai. apne blog ka template badal dijiye, naam nahin dikhta hai.
जवाब देंहटाएंwww.bat-bebat.blogspot.com
ऐ दिल बता तू
जवाब देंहटाएंक्या प्यार हुआ है मुझको।
dil ko choo gai ye rachna
बड़ी खूबसूरती से कही अपनी बात आपने.....
जवाब देंहटाएंअल्हड़ पन की झलक नज़र आ रही है आपकी रचना में ....
जवाब देंहटाएंhumm....!
जवाब देंहटाएंबेहद खुबसूरत सा, अल्हड सा गीत है, नया नया प्यार है ..... 'कुछ कुछ होता है' वाला भाव है !
जवाब देंहटाएंbahut khub
जवाब देंहटाएंshkehar kumawat
http://kavyawani.blogspot.com/
अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद। सुभाष जी आपकी सुझाव पर अवश्य ध्यान दूंगी। पुनः धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंआपको बदलने को कहा था बिगाड़ने को को नहीं ?
जवाब देंहटाएंअच्छे भाव/
जवाब देंहटाएंAchi prastuti .
जवाब देंहटाएंआप सभी का धन्यवाद।
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