सोमवार, 19 अप्रैल 2010

गीत



ऐ दिल बता तू क्यूं धड़के इतना
क्या प्यार हुआ है मुझको
ऐ दिल बता तू क्यूं बेकरार इतना
क्या प्यार हुआ है...........
ऐ कैसी बैचेनी, ऐ कैसी बेकरारी
ऐ दिल बता तू
क्या प्यार हुआ है उनसे
ऐ दिल बता तू
क्या प्यार हुआ है.........
देखने को तरसू , सुनने को तरसू
क्या प्यार हुआ है उनसे
ऐ दिल बता तू
क्या प्यार हुआ है मुझको।

14 टिप्‍पणियां:

  1. /////////////////////////////////////////
    विषय और प्रस्तुति बड़ी टाप है।
    बहुत खूबसूरत कलम आपकी है॥
    बधाई!!......बधाई!!.....बधाई!!-
    सद्भावी-डॉ० डंडा लखनवी
    /////////////////////////////////////////

    जवाब देंहटाएं
  2. sadhanaji. geet achchha hai. apne blog ka template badal dijiye, naam nahin dikhta hai.

    www.bat-bebat.blogspot.com

    जवाब देंहटाएं
  3. ऐ दिल बता तू
    क्या प्यार हुआ है मुझको।

    dil ko choo gai ye rachna

    जवाब देंहटाएं
  4. बड़ी खूबसूरती से कही अपनी बात आपने.....

    जवाब देंहटाएं
  5. अल्हड़ पन की झलक नज़र आ रही है आपकी रचना में ....

    जवाब देंहटाएं
  6. बेहद खुबसूरत सा, अल्हड सा गीत है, नया नया प्यार है ..... 'कुछ कुछ होता है' वाला भाव है !

    जवाब देंहटाएं
  7. अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद। सुभाष जी आपकी सुझाव पर अवश्य ध्यान दूंगी। पुनः धन्यवाद।

    जवाब देंहटाएं
  8. आपको बदलने को कहा था बिगाड़ने को को नहीं ?

    जवाब देंहटाएं